पीएम मोदी ने की 'जल जीवन मिशन' की घोषणा, 3.5 लाख करोड़ होंगे खर्च

पीएम मोदी ने की 'जल जीवन मिशन' की घोषणा, 3.5 लाख करोड़ होंगे खर्च
 नई दिल्ली। लाल लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने  लोगों को  जल संचय का संदेश दिया।


उन्होंने बताया कि कश्मीर से धारा से 370 हटाए जाने के बाद राज्य अनेक तरह की पाबंदियां झेल रहा है। जम्मू-कश्मीर में हालात को सामान्य बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन और गृह मंत्रालय की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं। इस दौरान श्रीनगर में पिछले चार दिनों में एटीएम मशीनों से 243.44 करोड़ रूपये निकाले गए और साथ ही 1166 मेडिकल स्टोर खुले रहें। जिला मजिस्ट्रेट शाहिद चौधरी ने बुधवार को यह जानकारी दी।


लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में पानी के मुद्दे पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, कितनी भी विपरीत परिस्थितियां हों देश का गरीब उसको झेलने की क्षमता रखता है। आजादी के 70 सालों में सरकारों ने अपने-अपने तरीके से कोशिश की है, लेकिन यह भी सच्चाई है कि देश के आधे घर ऐसे हैं जिनमें पीने का पानी नहीं है।


माताओं और बहनों को मटकों को सिर पर लेकर कई किलोमीटर तक चलना पड़ता है। हर घर को जल कैसे मिले इसके लिए हम लाल किले से घोषणा करते हैं, जल जीवन मिशन का ऐलान करते हैं और इस पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जल संचयन का काम होगा, पानी बचाने का अभियान हो, बचपन से ही पानी के महत्व की शिक्षा दी जाए। पानी के क्षेत्र में पिछले 70 साल में जो काम हुआ 5 सालों में चार गुना काम करना है।


पेयजल की समस्या के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जैन मुनि महुड़ी ने लिखा है कि भविष्य में एक दिन ऐसा आएगा जब पानी किराने की दुकान में बिकेगा। 100 साल पहले उनकी कही बात सही हो गई है। आज हम किराने की दुकान से पानी खरीदते हैं. उन्होंने कहा कि जल संचय का यह अभियान सरकारी नहीं बनना चाहिए, जन सामान्य का अभियान बनना चाहिए।


 पेयजल के मुद्दे पर आजादी के 72 वर्षों में भी बहुत अधिक काम नहीं किया गया है। श्री अटल बिहारी वाजपेई जी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में नदियों को जोड़ने किया एक प्रस्ताव रखा गया था संभव है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस योजना को कारगर करेंगे गांव गांव दूरदराज पहाड़ी और रेगिस्तानी सूखे वाले इलाकों में पानी की भारी किल्लत से जूझते हुए लोगों को राहत पहुंचाएंगे।