भक्त ने खिलाई मिठाई तो आयुर्वेदाचार्य को मुर्छा आई
आचार्य बालकृष्ण ऋषिकेश एम्स में भर्ती
देहरादून। वर्ष 2014 में मोदी सरकार के उदय में योग गुरु बाबा रामदेव का एक विशेष स्थान रहा है साथ ही उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्णन ने भी अपनी भूमिका निभाई आज उत्तराखंड प्रदेश अथवा देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में इन दोनों महान हस्तियों का नाम है। जहां तक बात करें आयुर्वेदाचार्य बालकृष्ण की तो उन्हें पतंजलि संहिता का संवाहक बताया जाता है और यह एक तथ्य है कि उन्हें जड़ी बूटियों का विशिष्ट ज्ञान है जिससे वे लाइलाज रोगों का इलाज कर लेते हैं परंतु विधि और विधना दोनों अपने आप में महत्वपूर्ण हैं और समय अथवा काल के इशारे पर ही कार्य करते हैं। आज एक आयुर्वेदाचार्य को एलोपैथी पद्धति का सहारा लेना पड़ा है।
बताया जाता है कि आज शाम आचार्य बालकृष्ण को उनके किसी भक्त ने मिठाई का प्रसाद खिलाया जिसके बाद वह बेहोश हो गए और उन्हें स्थानीय भूमानंद चिकित्सालय में ले जाया गया जहां से उन्हें ऋषिकेश स्थित एम्स में रेफर कर दिया गया।
आचार्य बालकृष्ण को शाम चार बजकर 45 मिनट पर एम्स लाया गया था। जिसके बाद उनका उपचार शुरू कर दिया गया। जब आचार्य बालकृष्ण को एम्स लाया गया था, वह बेहोशी की हालत में थे। उनके पैरामीटर काफी डाउन थे, लेकिन अब पैरामीटर स्थिर हुए हैं। उन्होंने बताया कि आचार्य बालकृष्ण अभी किसी को पहचान नहीं पा रहे हैं और न ही वह कुछ बताने की स्थिति में है। उनकी हालात को सामान्य होने में अभी वक्त लग सकता है। फिलहाल, उन्हें एम्स के इंसेंटिव केयर विभाग में 24 घंटे के ऑब्जर्वेशन पर रखा गया है।
एम्स के प्रोफेसर ब्रह्म प्रकाश ने बताया कि आचार्य बालकृष्ण की एमआरआइ और अन्य जांच रिपोर्ट सामान्य आई हैं। संभवतया खाने में कुछ विषैला पदार्थ शरीर में चला गया है, जिससे उनकी हालत बिगड़ी। उन्हें हृदय और मस्तिष्क संबंधी कोई दिक्कत नहीं है। फिलहाल ब्ल्ड सैंपल फॉरेंसिक जांच के लिए भी भेजे गए हैं। वहीं, योगगुरु बाबा रामदेव भी उनके साथ अस्पताल में ही मौजूद हैं, जबकि विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल भी आचार्य बालकृष्ण से मिलने एम्स पहुंचे और उनका हालचाल जाना।
बता दें कि आचार्य बालकृष्ण के स्वास्थ्य संबंधी समाचारों में उन्हें दिल का दौरा पड़ने जैसी समाचार आ रहे थे जो निराधार थे एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्हें दिल संबंधी कोई तकलीफ नहीं है ।
योग गुरु बाबा रामदेव ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि आज आचार्य बालकृष्ण को किसी भक्त ने प्रसाद स्वरूप मिठाई दी थी, जिसे खाने के 15 मिनट बाद उन्हें चक्कर आने लगे और वह अचेत हो गए। स्वामी रामदेव ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उस भक्त ने जानबूझकर ऐसा कुछ किया हो। उन्होंने बताया कि एम्स के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने उन्हें बताया कि जब आचार्य बालकृष्ण को अस्पताल लाया गया, तब उनकी हालत असामान्य थी। सभी तरह की जांच के साथ ही दो बार इसीजी कराया गया है। सभी रिपोर्ट सामान्य है। अभी उनकी हालत को सामान्य होने में समय लगेगा।
बता दें कि, पतंजलि योगपीठ के महामंत्री बालकृष्ण की उनके कार्यालय पर अचानक तबीयत खराब हो गई। जिसपर उन्हें पहले स्थानीय भूमानंद अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें ऋषिकेश एम्स ले जाया गया। भूमानंद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आकाश ने बताया कि आचार्य बालकृष्ण को अस्पताल बेहोशी की हालत में लाया गया था। बताया गया कि उन्हें खाने में दिक्कत हुई थी और उसके बाद वह बेहोश हो गए।