निगमबोध घाट पर हुआ दिवंगत नेता अरुण जेटली का अंतिम संस्कार, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत भी पहुंचे श्रद्धांजलि देने

निगमबोध घाट पर हुआ दिवंगत नेता अरुण जेटली का दाह संस्कार उत्तराखंड के मुख्य मंत्री त्रिवेंद्र रावत जी पहुंचे श्रद्धांजलि देने



नई दिल्ली।  दिवंगत पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का पार्थिव शरीर उनके कैलाश कॉलोनी स्थित घर से पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित भाजपा मुख्यालय लाया गया। दोपहर करीब 2:30 बजे यमुना के किनारे निगम बोध घाट पर उनका पूरे राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। 
इससे पूर्व भाजपा मुख्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ता और शोकाकुल लोग अंतिम दर्शन के लिए कतार में खड़े होकर दिवंगत नेता के अंतिम दर्शन करते हुए 'जब तक सूरज चांद रहेगा जेटली तेरा नाम रहेगा' तथा 'जेटली जी अमर रहें' जैसे नारे लगाए।


उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, रविशंकर प्रसाद, प्रफुल्ल पटेल, आरएलडी नेता अजित सिंह, आंध्र के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू ने जेटली को दी श्रद्धांजलि।
योगगुरु बाबा राम देव भी पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि हम सबको अनाथ करके चले गए। जेटली जैसे लोग युगों के बाद आते हैं। 
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी जेटली को श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी जेटली को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी भाजपा मुख्यालय पहुंचकर जेटली को श्रद्धांजलि दी। 


वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा ने जेटली को श्रद्धांजलि दी। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी जेटली को भाजपा मुख्यालय पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।