सांप नेवले जैसी दोस्ती रखने वाले भारत-पाक में  युद्ध की संभावनाएं कितनी

सांप नेवले जैसी दोस्ती रखने वाले भारत-पाक में  युद्ध की संभावनाएं कितनी


इस्लामाबाद, एजेंसी।  यूँ तो पाकिस्तान के साथ भारत की दोस्ती हमेशा सांप और नेवले जैसी रही रही रही है मौके भेजना ओके ओके सीमा पर छेड़छाड़ और जनता का जान माल का नुकसान दोनों तरफ हुआ हालांकि भारत शांति और सह अस्तित्व के पक्ष में हमेशा से रहा है लेकिन पाकिस्तान बार-बार मुंह की खाने और अपने ही देश के विभाजन के बाद भी शांत नहीं रह पाया है। इधर पुलवामा के बाद स्थितियां अधिक गंभीर हुई हैं और पाकिस्तान के लिए यह नागवार हो गया है कि वह हिंदुस्तान के हाथों बार-बार मात खाए। परिणाम यह है पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ही नहीं लगभग समूचा मंत्री गण बोखलाहट की स्थिति में है और दूसरी तरफ जनता पाकिस्तानी हुक्मरानों के नाक में दम किए हुए है। कभी पत्रकार नेताओं की हवा निकाल देते हैं तो कभी जनता महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर आंदोलनरत है। पाकिस्तान इस समय एक भयावह स्थिति में है ना वहाँ आर्थिक स्थिरता है ना राजनीतिक सुरक्षा तो पाकिस्तान अपने नागरिकों को कभी ठीक से दे ही नहीं पाया। ऐसी स्थिति में भी पाकिस्तान और उसके मंत्रीगण बार-बार युद्ध की धमकियां भारत को दे रहे हैं। पाकिस्तान का परमाणु संपन्न होने का राज भी बार-बार अलापा जा रहा है।
ज्ञात हो कि कमजोर आदमी ही बल का प्रयोग करने की धमकियाँ देता है जबकि शक्ति संपन्न व्यक्ति आखरी हद तक बर्दाश्त करने का प्रयास करता है और अंत में जब चीजें हद से निकलने को हों या फिर शक्ति का प्रदर्शन करना ही हो तो वह कमजोर आदमी ही हर तरह का नुकसान उठाता है। भारत और पाकिस्तान के बीच भी आज की स्थितियां कुछ ऐसी ही बनी हुई है।
गौरतलब है कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान आए दिन युद्ध की धमकी तक दे रहा है। पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद अहमद ने एक कदम आगे बढ़कर युद्ध के समय का एलान तक कर दिया था। शेख राशिद की भविष्यवाणी के मुताबिक, दोनों देशों के बीच अक्टूबर या फिर नवंबर में युद्ध होगा। बता दें कि ये वही राशिद अहमद हैं जो भारत के खिलाफ गलत बयानी करने पर हाल ही में लंदन में जूतों से पीटे थे और उन पर अंडे फेंके गए थे।
दूसरी तरफ 'पाकिस्तान सरकार खुद आर्मी की कठपुतली है और वहां पर सब कुछ आर्मी के हाथ में है'। भारत हमेशा से यह बात कहता रहा है। दुनिया को भी इस बात की जानकारी लंबे समय से है, और पाकिस्तानी सरकार है जो हमेशा यह कहने से कतराती रही है। हालांकि, पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद चाहते हुए भी इस बात को छुपा ना सके। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के सामने ही इस बात को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्हें पाकिस्तान की सेना ने भारत के खिलाफ 'युद्ध' पर बोलने के लिए नियुक्त किया है।
पाकिस्तान में सिखों के गढ़ ननकाना साहिब में रेल मंत्री शेख रशीद ने कहा, 'मैं युद्ध के बारे में बोलता हूं, क्योंकि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का एजेंडा पाकिस्तान को नष्ट करना है। सेना ने मुझे युद्ध की तैयारियों पर बोलने के लिए यहां रखा है। मैं यह पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि पाकिस्तान के पास स्मार्ट बम हैं।'
इनसे भारत के किसी भी क्षेत्र में निशाना लगाकर उसे तबाह किया जा सकता है।
बता दें कि यह वैसी ही भाषा है जो पाकिस्तान की सेना वर्षों से भारत को धमकाने के लिए बोलती रही है। भारत के साथ एक शांतिपूर्ण संबंध बनाने के लिए पाकिस्तान की कोई सरकार आगे बढ़ती है तो उसे पाकिस्तान की सेना का क्रोध झेलना पड़ता है।
पाकिस्तान के अंदरूनी हालात बता रहे हैं कि पाकिस्तान अपने ही जाल में खुद जकर्ता जा रहा है वह भारत से तो क्या लड़ पाएगा उसके अपने नेता और मंत्री का नहीं उसे तबाह करने पर तुले हुए हैं ऐसा लगता है कि पाकिस्तान को या तो युद्ध की धमकी खुद को ही भारी पड़ चुकी है और वह तरह तरह की अटकलों  के सहारे इससे निकलना चाहता है या फिर पाकिस्तान की जनता सेना और मंत्री गण स्वयं अपने-अपने तरीकों से पाकिस्तान को तबाह कर देंगे यह भी संभव है कि भारत को इसके लिए युद्ध झेलना ही ना पड़े वहां की जनता स्वयं महंगाई व अफगानिस्तान जैसे मुद्दों को लेकर पाकिस्तान की हालत खस्ता कर सकती है।