सावधानी ही सुरक्षा है: स्मार्टफोन के दुष्प्रभावों से बचाव के उपाय

सावधानी ही सुरक्षा है: स्मार्टफोन के दुष्प्रभावों से बचाव के उपाय



देहरादून। जी हां आज का युग है स्मार्टफोन का योग  जिसकी जेब में एकाध स्मार्टफोन नहीं हो  वह व्यक्ति आज के समय में  आउट ऑफ डेट माना जाता है। यह भी सही है कि आज के समय में स्मार्टफोन से बहुत सारी सुविधाएं प्राप्त होती हैं अनेकों प्रकार की सूचनाएं सूरत सूरत प्राप्त हो जाती हैं या फिर स्मार्टफोन से सोशल मीडिया डिजिटल मनी ट्रांसफर बिलों का भुगतान चैटिंग नैटिंग और अनेकों बहुत से काम है जिन्हें स्मार्टफोन आसानी से कर देता है कैमरा तो स्मार्टफोन की जान कैमरा तो स्मार्टफोन की जान होता और सेल्फी  हर व्यक्ति की  सामाजिक जरूरत बन गई है फिर वह  अपनी लाइफ स्टाइल दिखाना हो या डीपी में अपना फोटो लगाना हो बाजार को भी कई मायनों में स्मार्टफोन ने बदल कर कर बदल कर कर रख दिया है।


स्मार्टफोन के ढेरों फायदों के बीच एक चीज है  रेडिएशन जिसके बारे में जानना समझना और स्मार्टफोन से इसका जुड़ाव महत्वपूर्ण है। रेडियो तरंगे हमारे जीवन में ही नहीं बल्कि चिकित्सा पद्धति में भी बहुत जीवन में ही नहीं बल्कि चिकित्सा पद्धति में भी बहुत प्रभाव रखती हैं रेडियो तरंगों के माध्यम से ही हम कई प्रकार की बीमारियों की जानकारी हासिल कर पाते हैं, जिसके आधार पर ऐसी बीमारियों का जानकारी हासिल कर आते हैं और ऐसी जानकारी के आधार पर उनका इलाज भी हो जाता है किंतु यह बात है स्मार्टफोन की। इसलिए हमें स्मार्टफोन से होने वाले रेडिएशन पर केंद्रित करते हुए यह देखना चाहिए की स्मार्टफोन से होने वाले रेडिएशन का हमारे जीवन और हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है।


रेडिएशन के बारे में, तो आपके सुना ही होगा? आजकल हमारे स्मार्टफोन्स हमेशा हमारे साथ ही रहते हैं, भले ही हम ट्रेवल कर रहें हो, या काम के समय वो हमारी पॉकेट में हो। स्मार्टफोन के अत्यधिक इस्तेमाल और उससे निकलने वाली रेडिएशन को लेकर पहले भी काफी बार चर्चा हो चुकी है। इसके बारे में यह सवाल भी उठे हैं की- क्या वाकई स्मार्टफोन्स को अपने शरीर के पास रखने से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है? अब इसे लेकर कोई वैज्ञानिक रिसर्च तो सामने नहीं आई, जो यह बता सके की सेलफोन रेडिएशन का हम पर कितना और क्या असर पड़ता है, लेकिन यह जानना भी जरुरी हो जाता है कि इससे जुड़े रिस्क क्या हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है।


स्मार्टफोन के फायदे  अथवा उपयोग एक तरफ तो स्मार्टफोन से निकलने वाले रेडिएशन से नेगेटिव इफेक्ट्स दूसरी तरफ। जिनकी तुलना अथवा  सामंजस्य  जरूरी है। पिछले कुछ सालों में ऐसी कई रिपोर्ट्स आई हैं, जिसने स्मार्टफोन्स से निकलने वाले रेडिएशन के बारे में बात की है। इससे यूजर्स की हेल्थ पर भी असर पड़ता है।
आपको बता दें, रेडिएशन को लेकर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, "एसएआर", जिसे "Specific Absorption Rate" भी कहा जाता है, Statista ने फोन्स की नई लिस्ट जारी की है। इसमें बताया गया है की कौन-से स्मार्टफोन्स सबसे ज्यादा रेडिएशन निकालते हैं। रेडिएशन वैल्यू के साथ यह है स्मार्टफोन्स की पूरी लिस्ट:
Xiaomi Mi A1 इस लिस्ट में सबसे ऊपर है। यह फोन सितम्बर 2017 में लॉन्च किया गया था। Xiaomi Mi A1 की रेडिएशन वैल्यू 1.75 Watts प्रति किलोग्राम है। इस लिस्ट में की स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों का बोलबाला है। इस लिस्ट में 16 में से 8 हैंडसेट्स चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के हैं। इसी के साथ प्रीमियम स्मार्टफोन्स जैसे की Apple iPhone 7 और iPhone 8 भी इस लिस्ट में शामिल हैं। वहीं, Google के Pixel हैंडसेट्स भी इस मामले में पीछे नहीं रहे।


इस लिस्ट में दूसरा, Xiaomi Mi Max 3 है। इस फोन से 1.58 Watts प्रति किलोग्राम रेडिएशन निकलता है। इसी के साथ, इस लिस्ट में तीसरा ऐसा फोन है, जिसके कई चाहने वाले होंगे। यह फोन है- OnePlus 6T... इसमें से 1.55 Watts प्रति किलोग्राम का रेडिएशन निकलता है। इस लिस्ट में कई बड़े स्मार्टफोन्स के नाम भी शामिल हैं। इसमें Google Pixel 3 XL (1.39w/kg), Apple iPhone 7 (1.38w/kg), Google Pixel 3 (1.33w/kg), Apple iPhone 8 (1.32w/kg) और Xiaomi Redmi Note 5 (1.29w/kg) शामिल हैं।


Statista की रिपोर्ट कहती है की इस लेवल के रेडिएशन के साथ लोगों को ये एहसास भी नहीं है की उनके स्मार्टफोन्स उनके स्वास्थ्य पर क्या असर डाल रहे हैं। जिन्हें नहीं पता, उन्हें बता दें, मोबाईल से निकलने वाला रेडिएशन आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता। इससे आपके शरीर पर बूरा प्रभाव पड़ता है। इसके लिए भारत में SAR के मानक भी तय किये गए हैं। SAR का मतलब स्पेसिफिक अब्सॉर्प्शन रेट है। जान लें की किसी भी मोबाइल की SAR वैल्यू 1.6 Watts प्रति किलोग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अगर आपको अपने स्मार्टफोन के बारे में चेक करना है की उसकी SAR वैल्यू कितनी है, तो अपने फोन से *#07# डायल करें।


स्मार्ट फोन के रेडिएशन से बचने के उपाय:
अपने स्मार्टफोन के रेडिएशन से बचने और लम्बे समय बाद अपने स्वास्थ्य पर होने वाले इसके दुष्प्रभावों से बचने के लिए निम्न उपाय व सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए-
-- अपने स्मार्टफोन को अपने शरीर के सम्पर्क में कम से कम रखें।
-बात करते समय वायर्ड हेडसेट या स्पीकर मोड का अधिक इस्तेमाल करें।
-- कॉलिंग पीरियड को जितना हो सके छोटा ही रखें।
-- अपनी यूसेज को सीमित रखें। जितना ज्यादा इस्तेमाल करेंगे, जाहिर तौर से उतना अधिक रेडिएशन का असर पड़ेगा।
-- लो सिग्नल एरिया में फोन के इस्तेमाल से बचें।
-लेटकर स्मार्ट फोन्स का उपयोग न करें।
-सोते समय फोन को सिरहाने के नीचे न रखें।
-बैट्री चार्ज हो जाने के बाद फोन को प्लग से लगे न रहने दें।
यह तो हम सभी जानते हैं कि किसी भी कठिन घड़ी में सुरक्षा ही सर्वोत्तम बचाव होती है इसलिए किसी ऐसी स्थिति के आने से पहले ही हमें अपने आपको सतर्क और सुरक्षित रखना चाहिए इसलिए किसी ऐसी स्थिति के आने से पहले ही हमें अपने आपको सतर्क और सुरक्षित रखना चाहिए स्मार्टफोंस के मामले में भी यह कहावत फिट बैठती है।