"सेवा सप्ताह": परिकल्पना नहीं, यथार्थ से पहुँचेगी प्रधानमंत्री जी को शुभकामनाएं!

"सेवा सप्ताह": परिकल्पना नहीं, यथार्थ से पहुँचेगी प्रधानमंत्री जी को शुभकामनाएं!



देहरादून। 17 सितंबर,  यानी कि 'विश्वकर्मा दिवस'  एक महान दिवस, एक महान शिल्पी के अवतार का। इसी दिन भारत के वर्तमान शिल्पकार योग्य प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी का जन्म दिवस दिवस है इस उपलक्ष में प्रदेश सरकार 14 से 20 सितम्बर के सप्ताह को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन को 'सेवा सप्ताह' के रूप में मना रही।


प्रदेश सरकार के मुखिया और तमाम मंत्रीगण अपने-अपने स्टाइल में सेवा करने में व्यस्त हैं। सरकार द्वारा स्वच्छता मिशन, सिंगल यूज़ पॉलिथीन पॉलिथीन जैसे  अभियानों को प्रमुखता से चलाया जा रहा है।



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और उनकी कार्यशैली से दुनियां का शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो प्रभावित ना हुआ हो। स्वच्छता अभियान उनकी एक विलक्षण देन है। हालांकि मोदी जी ने स्वयं कई अवसरों पर स्वच्छता अभियान का संचालन किया है और तन्मयता से स्वच्छता का कार्य किया है यहां तक कि स्वच्छकारों के पांव पखारने में भी उन्हें कोई संकोच नहीं हुआ। बात पॉलिथीन की आती है तो भी उन्होंने अपने आपको यह दर्शाया है कि यह दर्शाया है कि वे कूड़े में से  पॉलिथीन छाँटने वालों के साथ बैठकर भी कार्य कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री के इस आदर्श कार्य का अनुसरण कार्य का अनुसरण करना भी अपने आप में एक विलक्षण प्रतिभा का आभास देता है किंतु यह देखने में आया है कि मोदी जी जी के इस प्रेरणा को लोग स्वयं की प्रचार-प्रसार, फोटोशूट और सेल्फी कार्यों हेतु एक अवसर मानकर चल रहे हैं।


प्रदेश के मुखिया का तो गजब हाल है आए दिन ट्रैफिक चलानों के माध्यम से बड़ी धनराशि संग्रहित हो रही है जबकि दूसरी तरफ पहाड़ के गांव-गलियारों में पगडंडी ठीक नहीं हो पा रही हैं। जान जोखिम में नदियों को पार करने वाली पहाड़ी ग्रामीणों की वीडियो आए दिन वायरल होती रहती हैं। किंतु ऐसा लगता है कि उनकी सेवा करना शायद सरकारों के दायरे में नहीं आता। आपदा के नाम पर भी मात्र एकाध जेसीबी चलती दिखाई दे रही है। मानो उसका भी फोटोशेसन चल रहा हो। दूरदराज के इलाकों में में आवागमन ही नहीं पानी, बिजली, स्वास्थ्य शिक्षा सभी चीजें मृत प्राय: हैं। राजधानी देहरादून में ही डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है निजी कॉलोनियों में ही नहीं सरकारी भवनों में भी डेंगू के लारवा अनेकों बार पाए गए हैं सरकार अपने भवनों में भी साफ-सफाई नहीं रख पाई है तो स्वच्छता अभियान और सेवा सप्ताह जैसे अवसरों की सफलता तो भगवान भरोसे ही कही जा सकती है।


सेवा सप्ताह का यह अवसर प्रदेश सरकार के लिए एक बेहतरीन मौका है जब यह वास्तविक रूप में जनता की सेवा कर सके जनता इससे लाभान्वित होगी और आदरणीय प्रधानमंत्री जी को वास्तविक शुभकामनाएं प्रदेश सरकार की ओर से प्राप्त हो सकेगी से प्राप्त हो सकेगी। आशा है दिखावेऔर लाग-लपेट की राजनीति से दूर रहकर डबल इंजन की ईमानदार कहलाने वाली सरकार अपनी ईमानदार कहलाने वाली सरकार अपनी डबल इंजन की ईमानदार कहलाने वाली सरकार अपनी कहलाने वाली सरकार अपनी सेवा भाव में भी कोई कसर नहीं छोड़ेगी जिससे कि प्रधानमंत्री जी को समर्पित उनके जन्मदिन का सप्ताह सेवा सप्ताह के रूप में सही अर्थों में मनाया जा सके।