स्वर्ण पट में विरजेंगी माता वैष्णो देवी

स्वर्ण पट में विरजेंगी माता वैष्णो देवी



कटरा। वैष्णो देवी हिंदू माता व लंबी उम्र उम्र लंबी उम्र उम्र व लंबी उम्र उम्र लंबी उम्र उम्र का  एक ऐसा धार्मिक स्थल है, जहाँ भक्तों की सभी मुरादें पूरी होती हैं। आस्था के इस पवित्र स्थल में माता वैष्णो देवी एक पवित्र गुफा में विराजमान हैं।
पितृपक्ष के उपरांत 29 सितंबर से नवरात्र प्रारभ हो जाएंगे और शुरु हो जाएगी भक्तों की भारी भीड़ माता के दर्शन करने के लिए। लेकिन इस बार इस पवित्र गुफा मंदिर के द्वार पर कुछ विशिष्ट होने जा रहा है। मंदिर के द्वार पर सोने का दरवाजा लगाया जा रहा है। 96 फीट लंबी पारंपरिक गुफा के इस दरवाजे को 29 सितंबर से शुरू हो रही नवरात्र में लगाया जाएगा। इससे पहले गुफा के बाहर संगमरमर का दरवाजा होता था।


यह पारंपरिक गुफा सिर्फ सर्दियों में कुछ दिनों के लिए ही श्रद्धालुओं के लिए खोली जाती है। हालांकि हर दिन पुजारी आरती के लिए इसी पारंपरिक गुफा वाले दरवाजे का इस्तेमाल करते हैं। सोने के इस नए दरवाजे के एक पल्ले पर माता लक्ष्मी और दूसरे पर आरती उकेरी गई है।


इस दरवाजे को कारीगरों ने तीन महीने में तैयार किया है। इसे बनाने के लिए श्राइन बोर्ड ने उन कारीगरों को बुलाया था जिन्होंने इससे पहले मुंबई में सिद्धिविनायक और दिल्ली में झंडेवालान मंदिर में नक्काशी का काम किया है। श्राइन बोर्ड ने गुफा के पास ही एक खास वर्कशॉप में इस दरवाजे को तैयार करवाया है। दरवाजे को ठोस चांदी से बनाया गया है जबकि इसकी परत सोने की है।


इसके अलावा इस पर भगवान गणपति की तस्वीर और मंत्र हैं। दरवाजे के ऊपरी हिस्से में गुंबद और छत्र हैं, जिस पर नौ सीढ़ियां बनाई गई हैं जो नौ देवियों का प्रतीक हैं। श्राइन बोर्ड के सीईओ सिमरनदीप सिंह के मुताबिक सोने के इस दरवाजे को श्राइन बोर्ड की नई डोनेशन पॉलिसी के तहत बनवाया गया है। नवरात्र के लिए माता के भवन को थाईलैंड, हॉलैंड, मलेशिया, सिंगापुर, ऊंटी और पालमपुर से मंगवाए देसी-विदेशी फूलों और फलों से सजाया जाएगा। 25 फीट ऊंचा व 16 फीट चौड़ा प्रवेशद्वार रिकॉर्ड 65 दिन में तैयार हुआ है।


श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की ओर से कराए गए इस निर्माण में स्वर्णिम प्रवेशद्वार पर गुबंद के साथ ही तीन सोने के झंडे तथा विशाल स्वर्णयुक्त छत्तर सुशोभित है जिसपर मां वैष्णो देवी के नौ रूप के स्वर्ण युक्त चित्र अंकित किए गए हैं।। प्रवेशद्वार के दाएं तरफ महालक्ष्मी का करीब छह फीट लंबा स्वर्णयुक्त चित्र और स्वर्ण युक्त मां वैष्णो देवी की आरती अंकित है।


प्रवेशद्वार के मध्य में सोने व चांदी की करीब 25 किलो की घंटी अपनी छटा बिखेरेगी। प्रवेशद्वार के भीतर त्रिदेव यानि ब्रह्मा, विष्णु, महेश के साथ ही भगवान सूर्य देव के चित्र अंकित है। प्रवेशद्वार की ऊपरी सतह पर भगवान गणेश के साथ ही हनुमान के स्वर्ण युक्त नयनाभिराम चित्र अंकित हैं।


माता वैष्णो देवी के इतिहास में प्राचीन गुफा के प्रवेशद्वार का पुननिर्माण तीसरी बार हो रहा है। वर्ष 1962 से पहले केवल मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा से ही श्रद्धालु दर्शन के लिए जाते थे। तब गुफा का प्रवेशद्वार पूरी तरह से प्राकृतिक होता था। वर्ष 1962 को यूको बैंक के तत्कालीन सीएमडी लद्दा राम सुनेजा मां वैष्णो देवी के दरबार पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले प्राचीन गुफा के प्रवेशद्वार पर संगमरमर लगवाया था।


यह संगमरमर वर्ष 2005 तक जारी रहा। वर्ष 2005 में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इस गुफा के प्रवेशद्वार पर मकराना संगमरमर लगवाकर नया रूप दिया। समय-समय पर धार्मिक आस्था को लेकर यह आवाज उठती रही कि जहां भी मां लक्ष्मी या देवी देवताओं का वास होता है, वहां प्रवेशद्वार पीले रंग का होना चाहिए, क्योंकि भारत के प्रसिद्ध तीर्थ विशेषकर पश्चिमी राज्यों के अधिकांश मंदिरों के गर्भ ग्रह या फिर प्रवेशद्वार स्वर्ण युक्त हैं।


इसको लेकर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भी इस पर विचार शुरू किया। इसी वर्ष श्राइन बोर्ड की 64वीं बोर्ड मीटिंग में फैसला लिया गया कि वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा के प्रवेशद्वार को स्वर्ण युक्त किया जाए। इसके बाद कार्य जोर-शोर से शुरू हो गया।


यहीं नहीं पहली बार कटरा बेस कैंप से भवन तक के 13 किमी लंबे घुमावदार रास्ते पर रंगबिरंगी लाइटिंग की जा रही है। इसके अलावा पिछले साल कटरा में शुरू हुए लंगर में नवरात्र के दौरान फलाहार दिया जाएगा।


इस नवरात्र फेस्टिवल के दौरान नौ दिनों तक अलग-अलग कार्यक्रम होंगे और राज्यपाल सत्यपाल मलिक इसका उद्घाटन करेंगे। हर बार की तरह ही नवरात्र के मशहूर दंगल का आयोजन होगा हालांकि भारत-पाक  तनाव के चलते पिछले कपई वर्षों की तरह इस बार भी पाकिस्तानी पहलवान नहीं आएंगे। कटरा में इस फेस्टिवल का आयोजन 1996 से हो रहा है।


मालूम हो कि श्री माता वैष्णो देवी तीर्थ स्थल को हाल ही में देश में सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थल के रूप में चुना गया है। नई दिल्ली में आयोजित 'स्वच्छता महोत्सव' में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्राइन बोर्ड के सीईओ सिमरनदीप सिंह को स्वच्छ भारत पुरस्कार 2019 पुरस्कार प्रदान किया था।


दर्शनार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर राज्य पुलिस ने पैरामिलिट्री के साथ मिलकर खास ग्रिड तैयार किया है। पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती के अलावा कटरा टाउन, भवन के इलाके और यात्रा मार्ग को सीसीटीवी कैमरे की जद में लाया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार इन नौ दिनों में 3-4 लाख श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन करने आएंगे।


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