गांधी जयंति की पूर्व संध्या पर:
भगवानपुर व पथरियापीर के बाद बाजपुर की बैतखेड़ी में नकली शराब का कारोबार
बाजपुर(उधमसिंह नगर)। एक तरफ उत्तराखंड में पंचायत चुनाव की सरगर्मियां जोरों पर है। तो दूसरी तरफ शराब माफियाओं ने पंचायत चुनावों को देखते हुए अपनी अनैतिक और गैर कानूनी गतिविधियों को बढ़ावा दे दिया है। प्रदेश के सभी जनपदों में चुनाव को संपन्न कराने के लिए पुुुलिस प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है।
चुनाव आचार संहीता के दौरान शराब किसी भी प्रकार से प्रलोभन अथवा गैर कानूनी रूप से रूप से लोगों तक पहुंचाना प्रतिबंधित है। लेकिन शराब माफियाओं को इसकी जरा भी परवाह नहीं है। जबकिगत वर्ष रुड़की के भगवानपुर में और हाल ही में देहरादून के पथरिया पीर क्षेत्र में कई लोगों की जान जहरीली शराब पीने के कारण गई थी और कई लोग इसमें गंभीर रूप से प्रभावित हुए थे।
पंचायत चुनाव के दौरान उधम सिंह नगर की मुस्तैद पुलिस ने एक बड़ी कार्यवाही करते हुए अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। जहां शराब बनाने के उपकरण सहित भारी मात्रा में देसी ब्रांड की तैयार शराब के 8 हजार पब्बे सहित शराब बनाने के उपकरण बरामद किये हैं। बरामद की गई शराब की क़ीमत लगभग 7 लाख की बताई जा रही है। इस मामले में तीन आरोपियो को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।
जाहिर है कि उत्तराखंड में जहरीली, नकली शराब का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसका नतीजा है उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर नकली शराब बनाने की अवैध फैक्ट्रियां संचालित की जा रही है। मुखबिर की सूचना पर बाजपुर पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने बाजपुर कोतवाली की बन्नाखेड़ा चौकी क्षेत्र के ग्राम बैतखेडी में एक जंगल मे बने घर मे नक़ली शराब की फैक्ट्री पकड़ी है। जिसमे भारी मात्रा में नक़ली शराब बनाने का समान बोतल के सरकारी शराब फैक्ट्री बाज़पुर के नाम ढक्कन, हॉलमार्क , सरकारी शराब फैक्ट्री के गुलाब ब्रांड के स्टिकर , और भारी मात्रा में स्प्रिट के साथ साथ 8 हजार पब्बे बरामद करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
त्रिस्तरीय चुनाव को लेकर एसएसपी उधम सिंह नगर ने शराब की रोकथाम को लेकर कड़े निर्देश दिये गए हैं। जिसको लेकर कोतवाली बाज़पुर की बन्नाखेड़ा चौकी में चैकिंग के दौरान पकड़ी गई एक शराब से लदे वाहन पकड़े जाने पर कड़ी पूछताछ में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पकड़े गए आरोपियों की शिनाख्त पर पुलिस ने एक बड़ी नक़ली शराब फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। इस पूरे घटना क्रम में एसओजी की अहम भूमिका रही है।