जाने कब दीदार होगा चंद्रमा का, करवा चौथ की व्रती महिलाओं को

जाने कब दीदार होगा चंद्रमा का, करवा चौथ की व्रती महिलाओं को



दिनभर निर्जल व्रत धारण किए हुए आज हिंदू मतावलंबी महिलाएं चांद निकलने की बाट जोहती नजर आएंगी। चांद निकलने का वक्त एक ऐसा मंजर होता है जिसका करवा चौथ का व्रत रखने वाली सभी महिलाओं को बेताबी से इंतजार रहता है।
दिन भर की व्रती (भूखी-प्यासी) महिलाएं सज संवर कर सोलह सिंगार करके शाम के समय अपने पति की लंबी आयु के लिए पूजा पाठ करती हैं और चंद्रोदय के समय एक छलनी के माध्यम से चंद्रमा को निहारने के बाद अपने पति को देखती हैं तदोपरांत पति अपनी पत्नी को जल पिलाकर और मिष्ठान खिलाकर उनका व्रत पूरा करते हैं।
इस बार करवा चौथ पर पूरे 70 साल बाद मंगल योग बन रहा है। ज्‍योतिषियों का कहना है कि साल 2019 के करवा चौथ में रोहिणी नक्षत्र के साथ मंगल का योग है, जिसे बेहद फलदाई माना जाता है।
आज के करवा चौथ के लिए पंचांग के अनुसार चंद्रोदय का समय सांयकाल 8:00 बज कर 16 मिनट माना गया है।
करवा चौथ यानी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ: 17 अक्‍टूबर 2019 (गुरुवार) को सुबह 06 बजकर 48 मिनट से हुआ, जबकि इस तिथ‍ि का समापन 18 अक्‍टूबर 2019 को सुबह 07 बजकर 29 मिनट पर होगा।
करवा चौथ के व्रत का समय 17 अक्‍टूबर 2019 को सुबह 06 बजकर 27 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक माना गया है। जिसकी  कुल अवधि 13 घंटे 50 मिनट होती है। करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त आज सांयकाल 05 बजकर 46 मिनट से शाम 07 बजकर 02 मिनट तक निकला है।



इस 1 घंटे 16 मिनट की अवधि में सभी व्रत धारी महिलाओं को पूजा उपासना पूर्ण कर लेनी चाहिए। आज करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का समय रात 08 बजकर 16 मिनट आंका गया है यानी व्रती महिलाओं को चंद्रमा और उसके बाद अपने पति के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा इसके बाद ही करवा चौथ रखने वाली महिलाओं का व्रत पूरा हो सकेगा।