उत्तराखंड के पंचायत चुनाव में 7 जिलों में निर्दलीयों का बोलबाला
देहरादून। उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं जिला पंचायतों में भाजपा और कांग्रेस दोनों की हालत दयनीय ही कही जा सकती है। लोकसभा चुनावों में क्लीन स्वीप करने वाली भाजपा भी पंचायत चुनाव में कुछ खास नहीं कर पाई। प्रदेश की 12 जिला पंचायतों में भाजपा किसी भी जिले में दो तिहाई से अधिक बहुमत नहीं ले पाई हालांकि वह 5 जिलों में सबसे आगे रही है उधर कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है हालांकि वह पौड़ी जिले के नतीजों से अपनी मायूसी को कम कर सकती है इन सब के उलट निर्दलीयोंको अगर एकत्रित कर एक समूह के रूप में लिया जाए तो उन्होंने 7 जिलों में नंबर एक का रुतबा हासिल किया है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि तृतीय चुनाव में निर्दलीयों का बोलबाला रहा।
जिला पंचायत सदस्यों की स्थिति के अनुसार निर्दलीय के रूप में विजय होने वाले सदस्यों की संख्या 144 रही तो भाजपा के कुल 123 सदस्य विजय हो सके जहां कांग्रेस को 66 और अन्य को मात्र तीन सीटें प्राप्त हो चुकी अभी तक कुल घोषित परिणामों में प्रधान पद के लिए 5847 मैं से 5825 प्रत्याशी निर्वाचित घोषित किए गए हैं इसी प्रकार क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 2674 प्रत्याशियों में से 2646 को निर्वाचित घोषित किया गया है जबकि जिला पंचायत के कुल 356 प्रत्याशियों में से 346 को विजई घोषित किया गया है।
जनपद हरिद्वार को छोड़कर जिलावार तिथि से विजय प्रत्याशियों की स्थिति इस प्रकार है:
जनपद कुल सीटें भा जा पा कांग्रेस निर्द/अन्य
टिहरी। 45 17 04 24
पौड़ी। 38 11 13 14
चमोली। 26 08 09 09
उत्तरकाशी 25 03 04 18
रुद्रप्रयाग। 18 05 02 11
देहरादून। 30/23 13 05 05
उधम सिंह 35 11 07 17
नगर
पिथौरागढ़। 33 14 08 11
नैनीताल। 27 09 01 17
चंपावत। 15 09 00 06
बागेश्वर। 19 08 06 05
अल्मोड़ा। 45/32 15 07 10