बैंकों के विलय में खाताधारकों को भी रहना होगा सावधान!

बैंकों के विलय में खाताधारकों को भी रहना होगा सावधान!



देहरादून। सरकार की घोषणा के  क्रम में  छह बैंकों का विलय  बड़े बैंकों में होने जा रहा है जिससे  उन बैंको के खाताधारकों  के लिए कुछ समय की समस्या खड़ी हो सकती है जिन काबिल है दूसरे बैंकों में होने जा रहा है मसलन  पंजाब नेशनल बैंक में, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा, केनरा बैंक व सिंडिकेट बैंक का विलय होगा। इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय होगा। इसी प्रकार इण्डियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का होगा विलय। 
 सरकार की इस घोषणा से इन सभी बैंकों  खासकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स यूनाइटेड बैंक सिंडीकेट बैंक इलाहाबाद बैंक आंध्र बैंक कॉरपोरेशन बैंक जैसे बैंकों के ग्राहकों के लिए सावधान रहने की आवश्यकता है। जाहिर है कि कुछ बैंकों के दूसरे बैंकों में विलय होने से विलय कृत बैंकों की कार्यप्रणाली में परिवर्तन होगा उनके लिए नए अभिलेख और खाते बनेंगे रखरखाव की व्यवस्था में बदलाव आएगा। ऐसे में भिलाई करत बैंकों के ग्राहकों को अपने बैंकों से नियमित रूप से संपर्क और संवाद बनाए रखना होगा ताकि उनके अभिलेख दुरुस्त रहें।
ग्राहकों के लिए बढ़ेगा काम
जिन ग्राहकों को नए अकाउंट नंबर या IFSC कोड मिलेंगे, उन्हें नए डीटेल्स इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, इंश्योरंस कंपनियों, म्यूचुअल फंड, नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) आदि में अपडेट करवाने होंगे।
SIP या लोन EMI के लिए ग्राहकों को नया इंस्ट्रक्शन फॉर्म भरना पड़ सकता है।
नई चेकबुक, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड इशू हो सकता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) या रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) पर मिलने वाले ब्याज में कोई बदलाव नहीं होगा।
जिन ब्याज दरों पर व्हीकल लोन, होम लोन, पर्सनल लोन आदि लिए गए हैं, उनमें कोई बदलाव नहीं होगा।
कुछ शाखाएं बंद हो सकती हैं, इसलिए ग्राहकों को नई शाखाओं में जाना पड़ सकता है।
मर्जर के बाद एंटिटी को सभी इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरिंग सर्विस (ECS) निर्देशों और पोस्ट डेटेड चेक को क्लीयर करना होगा।
इस क्रम में यह कहा जाना अनुचित न होगा कि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी इसलिए विलयीकृत के सभी ग्राहकों को अपडेट रहना जरूरी है।