भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान 1 सितंबर से शुरू करेगा वीजा प्रक्रिया

गुरु नानकदेव जी की 550वीं जयंती पर सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा प्रक्रिया 1 सितम्बर से शुरू करेगा पाकिस्तान



पाकिस्तान गुरु नानकदेव की 550वीं जयंती पर सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा प्रक्रिया 1 सितम्बर से शुरू करेगा। यह प्रक्रिया 30 सितंबर तक चलेगी


1539 में गुरू नानक देव ने अपना आखिरी वक्त  गुरदासपुर के दरबार साहिब में बिताया था।


लाहौर। पाक की तरफ से कहा गया है कि करतारपुर कॉरिडोर प्रोजेक्ट इसी साल नवंबर में पूरा कर लिया जाएगा। गुरु नानक जयंती के लिए कार्यक्रम नवंबर से ही शुरू होना है।पाकिस्तान की धार्मिक पर्यटन कमेटी की बुधवार को हुई बैठक में इसका निर्णय लिया गया। इसकी अध्यक्षता पंजाब के गवर्नर चौधरी सरवर ने की।


गवर्नर चौधरी ने कहा, “12 नवम्बर को आयोजित होने वाले समारोह के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया पूरे सितंबर तक चलेगी।भारत और अन्य देशों के श्रद्धालु इस कार्यक्रम के लिए वीजा ले सकते हैं। हम नवम्बर तक करतारपुर कॉरिडोर को पूरा कर लेंगे। चाहे इसको लेकर भारत इच्छुक हो या न हो। सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान आने की राह आसान बनाई जाएगी।”


उन्होंने कहा कि नानक साहिब को 'टेंट सिटी' बनाने का काम अगले हफ्ते शुरू होगा और सच्चा सौदा से ननकाना साहिब तक के रोड के निर्माण के लिए राशि का आवंटन किया जा चुका है। इस पर काम बहुत जल्द शुरू होगा। उन्होंने बताया कि वाघा रेलवे स्टेशन से बाबा गुरूनानक के जन्मस्थल तक विशेष शटल सेवा लॉन्च कीजाएगी।


भारत और पाकिस्तान के बीच लाहौर से 125 किमी दूर नारोवाल से एक कॉरिडोर खोलने संबंधी मुद्दों पर बातचीत चल रही है।


यह कॉरिडोर पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब को गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा नानक स्थल को जोड़ेगा। पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की विशेष प्रतिनिधि फिरदौस आशिक अवान ने रविवार को कहा था कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थितियों के बावजूद हम कॉरिडोर को गुरुनानक देव की 550वीं जयंती से पहले पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।


करतारपुर कॉरिडोर पंजाब में गुरदासपुर से तीन किमी दूर भारत-पाकिस्तान की सीमा से लगा होगा। सिख श्रद्धालु इस कॉरिडोर से पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब तक सीधे दर्शन के लिए जा सकेंगे। 1539 में गुरू नानक देव ने अपना आखिरी वक्त यही बिताया था। कॉरिडोर के गुरू नानक देव की 550वीं वर्षगांठ से पहले नवंबर में ही पूरा होने की उम्मीद है।