कश्मीर घाटी में राहत: लैंड लाइन फोन चालु, पहचानपत्र दिखाने पर आवाजाही की अनुमति

कश्मीर घाटी में राहत: लैंड लाइन फोन चालु, पहचानपत्र दिखाने पर आवाजाही की अनुमति



जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को केंद्र द्वारा निरस्त करने की घोषणा और पांच अगस्त को कश्मीर में कर्फ्यू लगाए जाने के बाद कश्मीर घाटी में जनजीवन ठहर गया था।
अधिकारियों के अनुसार कश्मीर के 35 पुलिस थाना क्षेत्रों में पाबंदियों में ढील दी गई है जबकि घाटी में कुल 96 टेलीफोन एक्सचेंज में से 17 को बहाल कर दिया गया है। घाटी में अब 50,000 लैंडलाइन फोन काम कर रहे हैं। अन्य इलाकों में व्यवस्थित तरीके से सेवा बहाल की जाएगी। सोमवार से स्कूलों और सरकारी कार्यालयों के खुलने की उम्मीद भी जताई गई है।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल अब भी तैनात हैं और सड़कों पर बैरिकेड लगे हुए हैं। हालांकि, पहचान पत्र दिखाने के बाद ही लोगों को आवाजाही की अनुमति दी गई है। दूसरी तरफ जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों में कम स्पीड (2जी) की मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल की गयी है और कश्मीर घाटी में 35 थाने के अंतर्गत आने वाले इलाके में पाबंदियों में ढील दी गयी है । 
नजरबंद किए गए नेताओं की रिहाई पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। अपने-अपने इलाकों में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के आधार पर स्थानीय अधिकारी इस पर फैसला लेंगे।
संचार व्यवस्था, आवाजाही और बाजारों के खुलने से जम्मू कश्मीर में जनजीवन सामान्य होने की ओर बढ़ चला है आशा व्यक्त की जा रही है कि जल्द ही सामान्य स्थिति लौट आएगी।


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