येचुरी जाएंगे कश्मीर पर राजनीति नहीं करेंगे

देश के हर नागरिक को हर जगह जाने का अधिकार, येचुरी जाएंगे कश्मीर पर राजनीति नहीं करेंगे



नई दिल्ली।  विगत 24 अगस्त को राहुल गांधी सहित जरा विपक्षी नेताओं को कश्मीर में जाने से एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया था। इसके बाद  वरिष्ठ माकपा नेता सीताराम येचुरी ने  सुप्रीम कोर्ट में याचिका के माध्यम से कश्मीर जाने की इजाजत मांगी जिसमें उन्होंने अपने  मित्र तरिगामी से मिलने और उसका हालचाल जानने की इच्छा व्यक्त की थी।


सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को माकपा महासचिव सीताराम येचुरी को कश्मीर जाने की इजाजत दे दी। येचुरी ने पार्टी नेता मो. यूसुफ तरिगामी से मिलने के लिए 24 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी थी। तरिगामी को नजरबंद कर रखा गया है। याचिका के विरोध में केंद्र ने दलील दी कि येचुरी के कश्मीर जाने से हालात बिगड़ सकते हैं। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की बेंच ने यह दलील खारिज कर दी। सीजेआई गोगोई ने केंद्र से पूछा- अगर देश का कोई नागरिक वहां जाना चाहता है तो आपको परेशानी क्या है? येचुरी के अलावा अदालत ने जामिया में लॉ के एक छात्र मो. सईद अलीम को भी कश्मीर जाने की इजाजत दी और सरकार को उसे सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश भी दिए।


केंद्र की ओर से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा- कश्मीर में अब हालात सामान्य हो रहे हैं। येचुरी के वहां जाने से हालात बिगड़ सकते हैं। उनके वहां जाने से हालात सियासी बन जाएंगे। सीताराम येचुरी 24 अगस्त को 11 विपक्षी दल के नेताओं के साथ कश्मीर के हालात जानने के लिए श्रीनगर गए थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने नहीं दिया।


सीजेआई ने केंद्र की तरफ से दलील दे रहे सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता से पूछा- अगर इस देश का कोई नागरिक अपने दोस्त या पार्टी के साथी से मिलने जाना चाहता है तो आपको इसमें क्या परेशानी है? अगर कोई नागरिक देश के किसी हिस्से में जाना चाहता है तो वह इसका अधिकारी है।


हालांकि, अदालत ने यह स्पष्ट किया कि पार्टी के साथी से मिलने की ही इजाजत दी गई है। अगर वे वहां सभा करते हैं या फिर किसी दूसरे काम में उलझते हैं तो इसे अदालत के अादेश की अवहेलना माना जाएगा। येचुरी के वकील राजू रामचंद्रन ने कहा कि वे केवल तरिगामी का हालचाल जानने वहां जा रहे हैं।


रामचंद्रन तरिगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 4 बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने येचुरी से 4 अगस्त को आखिरी बार फोन पर बात की थी। इस दौरान उन्होंने बताया था कि उनकी सेहत ठीक नहीं है। येचुरी को उनकी सेहत को लेकर फिक्र है। तरिगामी को अनुच्छेद 370 हटने के बाद नजरबंद रखा गया था


सुप्रीम कोर्ट से कश्मीर जाने की इजाजत मिलने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कानून के छात्र मो. अलीम सईद ने माता-पिता को नजरबंद किए जाने की आशंका जाहिर की थी। अदालत ने कहा कि माता-पिता से मिलकर वापस आने के बाद वह एक शपथ पत्र दाखिल करे। कोर्ट ने सरकार से कहा कि वह अलीम के कश्मीर जाने का प्रबंध करे और उसे सुरक्षा मुहैया कराए।