मीट और सीफूड बनेगा प्रयोगशाला में तो स्मार्ट फूड रखेगा आपकी न्यूट्रीशियन वैल्यूज का ध्यान

मीट और सीफूड बनेगा प्रयोगशाला में तो स्मार्ट फूड रखेगा आपकी न्यूट्रीशियन वैल्यूज का ध्यान


भोजन हर जीव की आवश्यकता है परंतु  किसी व्यक्ति को कितना भोजन चाहिए और उसमें कैसे-कैसे अवयव होनी चाहिए यह एक महत्वपूर्ण विषय है जिसके लिए बड़े-बड़े डाइटिशियंस का भी सहारा लिया जाता है।
स्टार्टअप के माध्यम से अनेकों तरह के नए-नए कार्यों के आयाम सामने आ रहे हैं। अब ऐसे स्मार्टफूड बनने की बात उजागर हुई है जिससे आपके शरीर को उसकी जरूरत के अनुसार पौष्टिकता मिल सकेगी।


शरीर को कितने और कैसे भोजन की जरूरत है इसके लिए स्मार्टफूड बन रहा है। ये आपकी जरूरत माइक्राचिप्स की मदद से समझेंगे और कस्टमाइज करके आपके लिए विशेष आहार तैयार करेंगे। अमेरिकी कंपनी सॉयलेंट, ब्रिटिश कंपनी ह्यूल और फ्रांस की कंपनी वाइटालीन इसपर काम कर रही हैं। आशा की जा रही है कि निकट भविष्य में ऐसे आहार आम आम आदमी को सुलभ हो सकेंगे।


मीट और सी फूड अब बनेंगे लैब में



एक तरफ अमेरिका की कंपनी ब्लनालू और फिनलेस फूड्स सेल बेस्ड सीफूड पर काम कर रही हैं। यानी ये किसी खास मछली या दूसरी जलीय जीव से कोशिका लेंगे और उसे लैब में विकसित करेंगे। इस सी फूड में सिर, पैर और हड्‌डी जैसी चीजें नहीं होंगी। ये एक प्लास्टिक की शीट की तरह होगा।
दूसरी तरफ लैब में तैयार होगा मीट, पर्यावरण भी बचेगा।
दुनिया के कई स्टार्टअप इस समय लैब में मीट बनाने पर काम कर कर रहे हैं। ब्रिटेन के एडम स्मिथ इंस्टीट्यूट के रिसर्चर डॉ. मैडसन पाइरी कहते हैँ कि इससे कृषि में होने वाली ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन 78 से 96% तक कम होगी।


भारत में भी आईआईटी गुवाहाटी में भी लैब में मांस तैयार कर लिया गया है। हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेल्युलर ऐंड मोलिक्यूलर बायोलॉजी और नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन मीट भी मीट का उत्पादन कर रहा है।
ज्ञात हो कि 2013 में नीदरलैंड्स की मैसट्रिच्ट यूनिवर्सिटी ने पहली बार लैब में बर्गर बनाया।


स्मार्ट फूड और लैब में तैयार किए गए सीफूड और मीट की बाजार में कैसी पकड़ होगी और लोगों के स्वास्थ्य पर इसका कितना प्रभाव होगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन बदलते वक्त में नई-नई तकनीक और  नए नए तरह के व्यंजन लोगों के लिए स्वाद, सेहत और कौतूहल के विषय बने हुए हैं। स्मार्ट फूड और लैब फूड को भविष्य का आहार भी कहा जा सकता है।