नसीहत: पुलिस का काम कानून व्यवस्था बनाना या उगाही करना, छतौनी बिहार के एसएचओ से लें प्रेरणा

नसीहत: पुलिस का काम कानून व्यवस्था बनाना या उगाही करना, छतौनी बिहार के एसएचओ से लें प्रेरणा



देहरादून। केंद्र सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाने जा रही है जाहिर है इसके लिए देशभर में बड़े-बड़े आयोजन किए जाएंगे और और और आयोजन किए जाएंगे और और लोगों को गांधीगिरी का पाठ भी पढ़ाया जाएगा वर्तमान में देश भर में एक ऐसा मुद्दा है जिससे देशभर के लोग पीड़ित हैं दुखी हैं अथवा हतोत्साहित हैं। वह है केंद्र सरकार द्वारा पारित और एक सितंबर 2019 से लागू मोटर वाहन अधिनियम संशोधन 2019


मोटर वाहन अधिनियम 2019 के 1 सितंबर से लागू होने पर देशभर से विपरीत प्रतिक्रिया है आ रही हैं कहीं लाख-लाख लाख-लाख आ रही है आ रही हैं कहीं लाख-लाख लाख-लाख आ रही हैं कहीं लाख-लाख लाख-लाख रुपए का चालान हो रहा है तो कहीं अनायास ही मोटर वाहन धारकों को प्रदूषण प्रमाण पत्र के लिए रात रात भर जागकर लाइन लगानी पड़ रही है तो कहीं इंश्योरेंस लेने अथवा नवीकरण कराने के लिए उन्हें अपनी का त्याग करना पड़ रहा है। कहीं हालात से मजबूर आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को भारी-भरकम चालान चालान के नाम पर शोषण हो रहा है।


ऐसे मैं आशा की किरण ऊपरी है महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष के परिसमापन की पूर्व संध्या पर जब उनके(गांधी जी के) अपने चंपारण क्षेत्र के जनपद मोतिहारी के छतौनी थाने के एसएचओ मुकेश चंद्र कुंवर ने  ने गांधीगिरी की एक अद्भुत मिसाल पेश की है। बिहार पुलिस इसके लिए धन्यवाद और बधाई की पात्र है जहां पुलिस नियम विरुद्ध वाहन चालन करते हुए पाए गए वाहन चालकों से चालान काटने का कार्य करती है वहीं बिहार पुलिस ने उन्हें सुधरने का मौका देते हुए हेलमेट खरीदने और इंश्योरेंस कराने जैसी व्यवस्थाएं की हैं बिहार पुलिस के अनुसार प्रदूषण प्रमाण पत्र की व्यवस्था भी की जा रही है। पुलिस द्वारा ऐसी व्यवस्था जांच चौकियों के पास की जा रही है ताकि अनियमित वाहन चालन करने वाले वाले करने वाले वाले व वाहन चालकों को तुरंत सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें जा सकें।
इस अभियान की शुरुआत पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में छतौनी थाने के एसएचओ मुकेश चंद्र कुंवर ने की है.


दरअसल पुलिस का कार्य कानून और व्यवस्था को बनाए रखने का है जबकि केंद्र सरकार द्वारा पारित इस अधिनियम संशोधन के बाद पुलिस द्वारा बड़े पैमाने पर चालान किए जा रहे हैं लाखों रुपए के चालान प्रतिदिन प्रतिदिन काटे जा रहे हैं जिससे जनता प्रभावित ही नहीं हतप्रभ और परेशान भी है। साथ ही सरकार और पुलिस की छवि जनसेवक की न रहकर रहकर रहकर वसूली कर्ताधर्ताओं, उगाही करने वालों जैसी हो गई है। पुलिस की ऐसी छवि सरकारों के लिए भी घातक होगी।


पीटीआई के अनुसार, '  एसएचओ कुंवर ने कुछ हेलमेट विक्रेताओं और बीमा एजेंटों से बात की है, जिन्होंने जांच चौकियों के पास स्टॉल लगाए हैं. सवारियों पर जुर्माना नहीं लगाया जा रहा है, क्योंकि इससे उन्हें महसूस होता है कि वे अपराधी हैं। इसके बजाय, वे अच्छी गुणवत्ता वाले हेलमेट खरीदने और अपने बीमा को नवीकृत कराने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।'


अधिकारी ने कहा कि उन्होंने जिला परिवहन विभाग से एक अधिकारी को तैनात करने का भी अनुरोध किया है, जो बिना लाइसेंस के गाड़ी चला रहे लोगों को मौके पर ही लर्नर लाइसेंस जारी कर दें।


उन्होंने कहा, 'जनता के बीच इस बात की भी धारणा बढ़ रही है कि संशोधित मोटर वाहन अधिनियम ने पुलिस को जबरन पैसा निकलवाने के लिए खुली छूट दे दी है। इस तरह का अविश्वास पुलिस व्यवस्था के लिए हानिकारक है।' एसएचओ ने कहा कि मोतिहारी का ऐतिहासिक महत्व उस भूमि के रूप में है जहां महात्मा गांधी ने 1917 में चंपारण सत्याग्रह का शुभारंभ किया था।
उन्होंने कहा, 'मैंने शहर की ऐतिहासिक विरासत से प्रेरणा ली और इस योजना को लेकर आया, जो हमें संशोधित एमवी एक्ट के उद्देश्य को प्रभावी तरीके से हासिल करने में मदद कर सकता है।' कुँवर ने हालांकि कहा कि सद्भावना के आधार पर सभी अपराधों को माफ नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'अगर कोई व्यक्ति शराब के नशे में या शराब के प्रभाव में पाया जाता है, जिसकी बिक्री और खपत बिहार में प्रतिबंधित है, तो हमारे पास कानून के मुताबिक कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है।'