आईटीआई कमालपुर का कमाल, लाखों का धमाल
- ना छात्र ना दाखिला छात्रवृत्ति का मजा ले रहे कालेज
देहरादून। कहने को तो उत्तराखंड की सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है लेकिन यह डबल इंजन की सरकार जाने क्यों बार-बार भ्रष्टाचार के मामलों को हल्के में ले कर पब्लिक फण्ड की देखभाल में चूकती हुई नजर आ रही है और सारा दारोमदार उच्च न्यायालय पर रह जाता है कि माननीय उच्च न्यायालय किसी फरियादी को सुनकर उपयुक्त आदेश देंं।
ऐसा ही एक मामला आईटीआई कमालपुर के कमाल का है जिसमें उच्च न्यायालय, नैनीताल के आदेश पर प्रदेश के 11 जनपदों (देहरादून एवं हरिद्वार को छोड़कर) में वर्ष 2012-2016 तक बांटी गयी दशमोत्तर छात्रवृत्ति की जांच के लिए श्री संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, पी0/एम0 की अध्यक्षता में गठित एसआईटी ने दिनांक 30, सितम्बर, 2019 को नैनीताल में उत्तर प्रदेश के जनपद सहारनपुर के कृष्णा आई0टी0आई0 कमालपुर, छुटमलपुर के विरूद्ध फर्जी दस्तावेजों से सरकारी धन को अवैध रूप से प्राप्त करने का मुकदमा पंजीकृत कराया है।
कृष्णा आई0टी0आई0 कमालपुर, छुटमलपुर संस्थान की शिकायत थी कि इसमें विभिन्न जनपदों के छात्रों को फर्जी तरीके से एससी, एसटी और ओबीएस वर्ग में शामिल दर्शाकर संस्थान में दाखिला दिखाकर अनियमित्ता की गयी है। प्रारम्भिक जांच की गयी तो 07 छात्रों का अपने संस्थान में दाखिला दिखाकर जिला समाज कल्याण अधिकारी, नैनीताल से छात्रवृत्ति प्राप्त की। इन छात्रों ने न तो संस्थान में दाखिला लिया और न ही उन्हें छात्रवृत्ति के पैसे मिले। इस आधार पर नैनीताल में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। एसआईटी द्वारा संस्थान के अन्य छात्रों की लिस्ट का भी सत्यापन किया जा रहा है, जो अन्य जनपदों से सम्बिन्धित हैं।
श्री संजय गुंज्याल ने बताया कि जिला समाज कल्याण अधिकारी, नैनीताल की ओर से छुटमलपुर, सहरानपुर के कृष्णा आई0टी0आई0 कमालपुर के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 07 छात्रों के नाम पर कुल 2,89,100 रुपये के चैक पंजाब नेशनल बैंक की शाखा फतेहपुर (सहारनपुर) के प्रबंधक को जारी किए गये थे। कृष्णा आई0टी0आई0 कमालपुर, छुटमलपुर ने बिचैलियों की सहायता से नैनीताल के रामनगर क्षेत्र के 07 छात्रों को अपने यहां शिक्षाग्रहण करना दर्शाते हुए बैंक में इनके खाते खोले गए। भौतिक सत्यापन में पाया गया कि न तो इन छात्रों ने आईटीआई में एडमिशन लिया, न ही सहारनपुर बैंक की शाखा में खाता खोला और न ही उन्हें छात्रवृत्ति के पैसे मिले। बाद में यह रकम आईटीआई संचालक के खाते में स्थानांतरित हुई। कूटरचित दस्तावेजों से सरकारी धन अवैध रूप से प्राप्त करने के आरोप में कृष्णा आई0टी0आई0 कमालपुर, छुटमलपुर और पंजाब नेशनल बैंक आदि के विरूद्ध थाना भीमताल में मु0अ0सं0 44/2019 धारा 420/466/467/468/ 471/120बी भादवि पंजीकृत कराया गया है, जिसकी विवेचना निरीक्षक संजय कुमार कर रहे हैं। संस्थान द्वारा इनके अतिरिक्त जिन छात्र-छात्राओं के नाम से छात्रवृत्ति ली गयी है, ऐसे छात्र-छात्राओं की संख्या का पता किया जा रहा है।
जांच के दौरान पाया गया है कि दूसरी योजना का लाभ दिलाने का लालच देकर छात्रों से दस्तावेज प्राप्त किए गए, जिसके आधार पर उनका एडमीशन कृष्णा आई.टी.आई. कमालपुर, छुटमलपुर में दर्शाया गया। सामान्य वर्ग के छात्रों को फर्जी तरीके से एससी, एसटी और ओबीएस वर्ग में शामिल दर्शाया गया है। कॉलेज संचालकों ने बिचैलियों के माध्यम से और बैंकों कर्मियों से सांठगांठ कर फर्जी दस्तावेजों से सरकारी धन को अवैध रूप से प्राप्त किया है।
श्री संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, पी0/एम0 की अध्यक्षता में गठित एसआईटी ने दिनांक 26, सितम्बर 2019 से अब तक धोखाधड़ी करने वालों संस्थानों के विरूद्ध 08 मुकदमे (04 ऊधमसिंहनगर, 03 नैनीताल, 01 टिहरी गढ़वाल) पंजीकृत कराये हैं।